Kashmir Files - एक समीक्षा
मैंने अपने जीवन के दस साल कश्मीर घाटी में भारतीय सेना के एक अधिकारी के रूप में बिताए हैं। कश्मीर को समझने के लिए ये आवश्यक है की आप यहाँ की धरती, लोगों व् पृष्ठभूमि से सीधे जुड़े। अन्यथा आप यहाँ मौजूद समीकरण को शायद उचित दृष्टिकोण से न देख पाएं। Kashmir Files के एक दृश्य में मिथुन चक्रवर्ती फिल्म के नायक कृष्णा से, जो कि एक छात्र है, पूछते हैं कि क्या उसे पता है कि गोली लगने पर कैसा आभास होता है? क्या उसने कभी किसी इंसान को जलते हुए देखा है ? समस्या ये है कि किसी भी विषय पर देश के युवाओं की जानकारी सोशल मीडिया के इर्द गिर्द घूमती है। क्योंकि वे सच नहीं जानते, इसलिए उन्हें ब्रेन वाश करना काफी आसान होता है । और यही कृष्णा के साथ भी होता है। राधिका जो की उसी के कॉलेज में एक प्रोफेसर है, इसी गैप का फायदा उठा कर, उसकी सोच को आतंवादियों की सोच के साथ जोड़ देती है। आज आपको हमारी यूनिवर्सिटीज में धर्म के आधार पर जब छात्र बंटे हुए नज़र आते हैं, तो यह इसी मानसिक शोषण का परिणाम है। एक अन्य दृश्य में जब कृष्णा, राधिका को बताता है कि हालत चाहे जैसे हों परन्तु राज्य सरकार तो ...